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युवा जगाए रखें गणतंत्र

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’
धनबाद (झारखण्ड) 
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गणतंत्र दिवस : देश और युवा सोच…

आओ सब मिल गुणगान करें,
मिले गणतंत्र का सम्मान करें
आज आसमान में तिरंगा लगाएंगे,
युवा-बच्चे-बड़े मिल झण्डा फहराएंगे।

आज है २६ जनवरी का पावन दिन,
संविधान हुआ लागू आज ही के दिन
समय था सन १९५० का वह वर्ष,
जग ने इसे स्वीकार किया था सहर्ष।

इसके लिए लाखों हुए थे बलिदान,
उनका अन्तर्मन से करता हूँ ध्यान
करता हूँ उन्हें श्रद्धा से पुष्प अर्पित,
देश के युवाओं को यह देश समर्पित।

युवाओं के हाथ है गणतंत्र बागडोर,
करें सभी सदा सम्मान गणतंत्र का
सहें न कभी अपमान गणतंत्र का
इसके अलावा इच्छा रहे न कुछ और।

आज कुछ युवा हो रहे हैं भ्रमित,
स्वार्थ पर हो गए हैं वह सीमित
ऐसे युवा से आज गणतंत्र रोता है,
देखकर मुझे भी बड़ा दु:ख होता है।

कहता ‘राजू’ सबसे बड़ा हमारा संविधान,
इसकी रक्षा का है मात्र एक ही है मंत्र।
युवा आगे आएं, जगाएं रखें सदा गणतंत्र,
युवा जगाएं रखें गणतंत्र, जगाएं रखें गणतंत्र॥

परिचय– साहित्यिक नाम `राजूराज झारखण्डी` से पहचाने जाने वाले राजू महतो का निवास झारखण्ड राज्य के जिला धनबाद स्थित गाँव- लोहापिटटी में हैL जन्मतारीख १० मई १९७६ और जन्म स्थान धनबाद हैL भाषा ज्ञान-हिन्दी का रखने वाले श्री महतो ने स्नातक सहित एलीमेंट्री एजुकेशन(डिप्लोमा)की शिक्षा प्राप्त की हैL साहित्य अलंकार की उपाधि भी हासिल हैL आपका कार्यक्षेत्र-नौकरी(विद्यालय में शिक्षक) हैL सामाजिक गतिविधि में आप सामान्य जनकल्याण के कार्य करते हैंL लेखन विधा-कविता एवं लेख हैL इनकी लेखनी का उद्देश्य-सामाजिक बुराइयों को दूर करने के साथ-साथ देशभक्ति भावना को विकसित करना हैL पसंदीदा हिन्दी लेखक-प्रेमचन्द जी हैंL विशेषज्ञता-पढ़ाना एवं कविता लिखना है। देश और हिंदी भाषा के प्रति आपके विचार-“हिंदी हमारे देश का एक अभिन्न अंग है। यह राष्ट्रभाषा के साथ-साथ हमारे देश में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है। इसका विकास हमारे देश की एकता और अखंडता के लिए अति आवश्यक है।

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