इंदौर(मध्यप्रदेश)
श्री गणेश चतुर्थी स्पर्धा विशेष…..

विघ्नहरण मंगल करण,
गणनायक गणराज
प्रथम निमंत्रण आपको,
सिद्ध होत सब काज।
नीलकंठ के प्यारे तुम,
शिवजी के वंश हो तुम
माता पारवती के अंश,
भक्तों के साए हो तुम।
तुम महेश्वर तुम विघ्नेश्वर,
वक्रतुंड एकदंत लंबोदर
सिद्ध विनायक मंगलमूर्ति
मूषक वाहन के स्वामी।
ज्ञान समृद्धि के दाता हो,
आप हमारे रूद्र प्रिय वेद
दंत तुम्हारे मोटे गजानंद,
सुहागन चुड़ला पहनते हैं।
तोंद तुम्हारी मोटी देवा,
सवामन मोदक चढ़ते हैं
रिद्धि सिद्धि के दाता,
मंगल पर्व के दाता हो।
मात-पिता की परिक्रमा,
में सब ब्रम्हांड दिखाया
शुभ काज,मंत्र उगलते हो,
देवमुनि जन महिमा गाते।
सबके मन हर्षाते,
गणपति बप्पा जय हो तुम्हारी।
आप जगत के विघ्नहरण विधाता,
कृपा बरसाओ,जय हो तुम्हारी॥
परिचय–श्रीमती मनोरमा जोशी का निवास मध्यप्रदेश के इंदौर जिला स्थित विजय नगर में है। आपका साहित्यिक उपनाम ‘मनु’ है। आपकी जन्मतिथि १९ दिसम्बर १९५३ और जन्मस्थान नरसिंहगढ़ है। शिक्षा-स्नातकोत्तर और संगीत है। कार्यक्षेत्र-सामाजिक क्षेत्र-इन्दौर शहर ही है। लेखन विधा में कविता और लेख लिखती हैं।विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में आपकी लेखनी का प्रकाशन होता रहा है। राष्ट्रीय कीर्ति सम्मान सहित साहित्य शिरोमणि सम्मान और सुशीला देवी सम्मान प्रमुख रुप से आपको मिले हैं। उपलब्धि संगीत शिक्षक,मालवी नाटक में अभिनय और समाजसेवा करना है। आपके लेखन का उद्देश्य-हिंदी का प्रचार-प्रसार और जन कल्याण है।कार्यक्षेत्र इंदौर शहर है। आप सामाजिक क्षेत्र में विविध गतिविधियों में सक्रिय रहती हैं। एक काव्य संग्रह में आपकी रचना प्रकाशित हुई है।