कुल पृष्ठ दर्शन : 270

अनमोल रत्न

तृप्ति तोमर `तृष्णा`
भोपाल (मध्यप्रदेश)
****************************************

अटलबिहारी वाजपेयी विशेष….

जिनका अंदाज़ है सरल,सौम्य बेबाक-सा,
जिनका नज़रिया सबसे जुदा बाकी सब खाक-सा।

सोच,समझ जिनकी निर्मल,सौम्यता से ओत-प्रोत,
मानो शिक्षक की प्रेरणा,शिक्षा का हो अद्भुत श्रोत।

व्यक्तित्व इनका निराला,अद्वितीय मशहूर,
मानो मिला सौभाग्य से अविरल ही कोहिनूर।

नज़र औऱ अनुभव जिनका दूरदर्शी का पैमाना,
राष्ट्र प्रेम के प्रति निष्ठा से दुश्मन देश ने लोहा माना।

हमेशा अपने सहज़,सरल स्वभाव से जीता सबका दिल,
अब तक इस संसार में में एक ही जन्मा है ऐसा माँ भारती का लाल।

शख्सियत जिनकी सम्रग विश्व में अड़िग,अटल,
जिनकी हाजिर जवाबी से दुश्मन में भी होती हलचल॥

परिचय-तृप्ति तोमर पेशेवर लेखिका नहीं है,पर प्रतियोगी छात्रा के रुप में जीवन के रिश्तों कॊ अच्छा समझती हैं।यही भावना इनकी रचनाओं में समझी जा सकती है। आपका  साहित्यिक उपनाम-तृष्णा है। जन्मतिथि २० जून १९८६ एवं जन्म स्थान-विदिशा(म.प्र.) है। वर्तमान में भोपाल के जनता नगर-करोंद में निवास है। प्रदेश के भोपाल से ताल्लुक रखने वाली तृप्ति की लेखन उम्र तो छोटी ही है,पर लिखने के शौक ने बस इन्हें जमा दिया है। एम.ए. और  पीजीडीसीए शिक्षित होकर फिलहाल डी.एलएड. जारी है। आप अधिकतर गीत लिखती हैं। एक साझा काव्य संग्रह में रचना प्रकाशन और सम्मान हुआ है।