इंदौर (मप्र)।
वामा साहित्य मंच ने ‘दिल की सुनें, दिल को चुनें’ विषय पर फरवरी माह की बैठक आयोजित की। हृदयरोग विशेषज्ञ डॉ. भारत रावत के मुख्य आतिथ्य में इसका मुख्य केन्द्र यह था कि खुद को प्यार कैसे करें। डॉ. रावत ने वर्तमान परिवेश में दिल पर मंडरा रहे खतरों से सबको आगाह करते हुए जीवन-शैली में कुछ परिवर्तन करने पर प्रकाश डाला।
मंच की प्रचार प्रभारी सपना साहू ‘स्वप्निल’ ने बताया कि प्रारम्भ में सरस्वती वंदना करुणा प्रजापति ने प्रस्तुत की। बैठक में संस्था की सदस्यों ने नारे, शेरो-शायरी और काव्य पंक्तियाँ प्रदर्शित कर उनका वाचन भी किया, जिनमें प्यारे संदेश निहित थे। दिल को केन्द्र में रखकर रची गई पंक्तियों में दिल की अनेक भूमिकाओं को वर्णित कर स्वयं से प्यार करने और सारे दायित्व निभाते हुए अपनी सेहत का ख्याल रखने का उल्लेख किया गया। अध्यक्षीय उद्बोधन में ज्योति जैन ने रचनात्मकता की सराहना करते हुए खुद की देखभाल की आवश्यकता पर बल दिया। ज्योति जैन, स्मृति आदित्य, वैजयन्ती दाते, शारदा मंडलोई एवं पद्मा राजेन्द्र आदि ने सेहत पर आधारित नारे व रचनाएँ प्रस्तुत की।
संचालन अवंती श्रीवास्तव ने किया। आभार मधु टाँक ने व्यक्त किया।