सीमा जैन ‘निसर्ग’
खड़गपुर (प.बंगाल)
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महावीर जन्मोत्सव (१० अप्रैल) विशेष…
सबके मन में मंगल छाया,
जीव-दया का दिवस है आया
पशु-पक्षियों ने उत्सव मनाया,
महावीर जन्मोत्सव आया।
चिड़िया चहक उठी आँगन में,
दौड़े गिलहरी मस्ती में
रंभा रही गायें बाड़े में,
प्रकृति झूमे खुशियों में।
एक घाट पर पशु मिलें हैं,
ज्ञान हृदय में जगा रहे हैं
शेर, हिरन एकसाथ खड़े हैं,
प्रेम दिलों में भरे पड़े हैं।
सबके लिए है प्रकृति सारी,
जीना चाहे सभी नर-नारी
सभी जीवों को जान प्यारी,
जियो, जीने दो उमर सारी।
जो बोओगे, वही मिलेगा,
करो भला तो भला मिलेगा
जैन आगम ने यही सिखाया,
लौट पुण्य वापस आएगा।
धरती पर खुशहाली रहे,
राजा-प्रजा आनंदकारी रहे।
तज रोग-शोक, मंगलकारी रहे,
कायम महावीर की वाणी रहे॥