बबिता कुमावत
सीकर (राजस्थान)
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निराले हम,
हर घड़ी में हॅंसे
राहें हैं तकी।
ये संसार जो,
बदलता चेहरा
मन है प्यारा।
जीवन धुनें,
मंद हैं कभी तीखी
हैं ये मधुर।
मेरा जीवन,
धूप-संग चलता
हृदय जागे।
रंगी जीवन,
सपने का छोर है,
फिर भी आशा।
पगों में रंग,
कोई फीका है तेज,
हसीन दिन।
बहते हम,
अदृश्य हैं ये धारें,
फिर भी हँसे।
चन्द्र हसीन,
मेघों-सा बदलता
जीवन हसीं।
साँसों की गूँज,
कभी थमी, है उड़ी
यही जीवन।
जीवन लय,
कभी तेज, है धीमी
मन है नाचे।
निराला पथ,
काँटों में भी मिलती
छुपी मुस्कानें।
अजीब बातें,
अँधियारा चमके
क्षण रौशनी।
खिड़की धूप,
चुपके से कहती
सुंदर जीव।
बूँदों का संग,
टूटकर चमकें
जीवन जैसा॥
