संगोष्ठी में हुआ लघुकथाओं का वाचन, समझीं बारीकियाँ

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इंदौर (मप्र)। विचार प्रवाह साहित्य मंच ने शनिवार शाम को इंदौर प्रेस क्लब सभागृह में लघुकथा संगोष्ठी आयोजित की। इसमें १३ लघुकथाकारों ने पर्यावरण संरक्षण, नैतिक और जीवन मूल्य विषय पर आधारित लघुकथाओं का वाचन किया।प्रारम्भ में मंच के अध्यक्ष मुकेश तिवारी ने स्वागत उद्बोधन दिया। सचिव श्रीमती माधुरी व्यास ने रूपरेखा प्रस्तुत की। लघुकथा … Read more

सद साहित्य को समर्पित आयोजनों की आज व्यापक आवश्यकता

काव्य गोष्ठी.. सोनीपत (हरियाणा)। सद साहित्य और सनातन संस्कृति को समर्पित इस प्रयास में जो सातत्य और समर्पण है, वह आज के समाज में दुर्लभ है। ऐसे आयोजनों की आज व्यापक आवश्यकता है।सहारनपुर (उप्र) के वरिष्ठ साहित्यकार सुनील कुमार खुराना ने मुख्य अतिथि के नाते यह बात सद साहित्य, सनातन संस्कृति और सांस्कृतिक चेतना के … Read more

‘कहानी का रास्ता’ लोकार्पित और भेंट

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मुम्बई (महाराष्ट्र)। प्रख्यात कवि, कथाकार एवं कुलगुरु संतोष चौबे (भोपाल, मप्र) की पुस्तक ‘कहानी का रास्ता’ (आईसेक्ट पब्लिकेशन) का लोकार्पण मुम्बई के बाईएमसीए सभागार में हुआ। यह पुस्तक आपके द्वारा कथाकार हरीश पाठक (मुम्बई) को भेंट की गई।हिंदी कहानी में दिलचस्पी रखने वालों के लिए इसमें १० अध्याय हैं, और इनमें ‘कहानी कहाँ है ?’ … Read more

आदेशों के आलोक में जनभाषा में न्याय की व्यवस्था करे सरकार

जनभाषा में न्याय… दिल्ली। स्वतंत्रता के ७८ वर्ष बाद भी औपनिवेशिक भाषा अंग्रेजी न आने के कारण देश के नागरिकों को अपने ही देश में अपने उच्च न्यायालयों और सर्वोच्च न्यायालय में और काफी हद तक निचली अदालतों में भी गूंगों-बहरों की तरह क्यों खड़े होना पड़ता है ? यह देश के १४० करोड़ देशवासियों … Read more

‘जयपुर सम्मान-२०२६’ की अग्रिम सूचना जारी

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जयपुर (राजस्थान)। प्रत्येक वर्ष साहित्य के क्षेत्र में दिए जाने वाले जयपुर सम्मान के प्रारूप में इस बार परिवर्तन किया जा रहा है। नियमित साहित्य की विधाओं (कहानी, लघुकथा, उपन्यास आदि) में बहुत ज्यादा मात्रा में पुरस्कार देने वाले लोग-संगठन होने से साहित्य संगीति यह क्षेत्र अन्य संस्थाओं के लिए छोड़ रही है। इसी क्रम … Read more

लिखते समय लेखक अपने पाठक को भी दृष्टिगत रखें

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भोपाल (मप्र)। बेहतर सृजन हेतु रचनाकार द्वारा ‘स्व’ का विसर्जन जरूरी है। रचना लिखते समय लेखक अपने पाठक को भी दृष्टिगत रखें, इस प्रकार एक अच्छी रचना लिखते समय लेखक को एकसाथ कई मोर्चों पर ध्यान देना जरूरी है।यह उद्गार वरिष्ठ साहित्यकार और समीक्षक डॉ. अशोक भाटिया (हरियाणा) ने लघुकथा शोध केंद्र समिति (भोपाल) द्वारा … Read more

‘प्रतिरोध की ग़ज़लें’ एवं ‘नया ज़माना, नई ग़ज़लें’ लोकार्पित

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कोलकाता (पश्चिम बंगाल)। संस्था ‘शब्दवीणा’ की पश्चिम बंगाल प्रदेश समिति के तत्वावधान में बंगाल प्रदेश अध्यक्ष कवि रामनाथ बेख़बर द्वारा संपादित ‘प्रतिरोध की ग़ज़लें’ एवं ओम प्रकाश नूर व जितेन्द्र जितांशु द्वारा संपादित ‘नया ज़माना, नई ग़ज़लें’ का लोकार्पण कोलकाता के कुमार सभा पुस्तकालय में किया गया। विभूति गोखले गर्ल्स कॉलेज कोलकाता की हिन्दी विभागाध्यक्ष … Read more

‘नीरज’ को दी भावभीनी श्रद्धांजलि

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कोलकाता (पश्चिम बंगाल)। महान कवि व गीतकार गोपालदास ‘नीरज’ की जन्मशताब्दी के अवसर पर कोलकाता में रोहित बिहानी व उनके अन्य मित्र-सदस्यों ने आई.सी.सी.आर. सभागार में संगीतमय प्रस्तुति ‘नीरज का कारवाँ’ का आयोजन किया। शुरूआत ‘नीरज’ की प्रसिद्ध रचना ‘कारवां गुजर गया’ से हुई। हिंदी फिल्म ‘नई उम्र की नई फसल’ से फिल्मी सफ़र शुरू … Read more

‘जनकवि मुकुट बिहारी सरोज सम्मान-२०२५’ कवयित्री आरती को

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भोपाल (मप्र)। जनकवि मुकुट बिहारी सरोज सम्मान-२०२५ से इस बार समकाल की महत्वपूर्ण कवयित्री व सम्पादक आरती को सम्मानित किया जाएगा। सम्मान सरोज जी के जन्मदिन (२६ जुलाई) पर ग्वालियर में समारोह में दिया जाएगा।जनकवि मुकुट बिहारी सरोज न्यास के अध्यक्ष महेश कटारे सुगम व सचिव मान्यता सरोज ने बताया कि अपनी कविताओं में स्त्री … Read more

बाबा नागार्जुन ने जो देखा, जो भोगा… वही लिखा

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पटना (बिहार)। बाबा नागार्जुन एक जीवंत कवि थे। वह काव्य के पर्यायवाची थे। यह उनको देख कर समझा जा सकता था। संतकवि कबीर की तरह अक्खड़ और फक्कड़। नागार्जुन जो थे, वही उनकी कविता भी थी। जो देखा, जो सुना, जो भोगा, वही लिखा।बाबा नागार्जुन की जयंती की पूर्व संध्या पर साहित्य सम्मेलन में सम्मेलन … Read more