स्वागत है नवसंवत्सर
संजीव एस. आहिरेनाशिक (महाराष्ट्र)****************************** अबीर गुलाल फाग अभी भी,उमड़ रहा है दिशा-दिशा मेंहोरी का उल्हास छाया है हर नित,अमीत नवनीत दिशा में। गुलाल के उमड़े बादल गुल-गुलाल-सा, गुल बदन हुआ…
संजीव एस. आहिरेनाशिक (महाराष्ट्र)****************************** अबीर गुलाल फाग अभी भी,उमड़ रहा है दिशा-दिशा मेंहोरी का उल्हास छाया है हर नित,अमीत नवनीत दिशा में। गुलाल के उमड़े बादल गुल-गुलाल-सा, गुल बदन हुआ…
सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)********************************** मधुर कुछ याद बचपन की,जो चितवन पर अभी तक हैचलो बीते सुनहरे पल,वो हम फिर याद करते हैं। सुनहरे और सलोने दिन,नहीं आएँगे फिर अब जोउन्हीं को…
प्रीति तिवारी कश्मीरा ‘वंदना शिवदासी’सहारनपुर (उप्र)********************************** मन में पूजित शिव के चरण उठ प्रातः मनाऊं शिव को,बिल्व-पत्र लिख हृदय-समर्पण जल नहलाऊं शिव को। भक्ति भाव से नतमस्तक हो शिव का…
डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* मास चैत्र नववर्ष में, पूजन शक्ति विधान।गुप्त पुण्य में, अनुष्ठान माँ गान॥ नवदुर्गा पूजन करूँ, नारी शक्ति महान।माँ तारा जग तारिणी,भक्ति शक्ति दो दान॥…
पद्मा अग्रवालबैंगलोर (कर्नाटक)************************************ नव वर्ष की नयीसुबह है,नव सूर्य कीनयी रश्मियाँ आई हैं,खुशियों से जीवन कोआलोकित करने,तन में नयी तरंगेंमन में नई प्रेरणा भरने,ताकि हम सब मिलकरसमाज में नवनिर्माण करें,जीवन…
डॉ. मुकेश ‘असीमित’गंगापुर सिटी (राजस्थान)******************************************** नव प्रभात की किरण सलोनी,लाया नव अनुराग हैसप्तस्वरों में गूँज रहा अब,जीवन का नव राग है। प्राची की अरुणिमा बोल उठी,-"नव पल्लव तरुवर पर साजे"हर्ष-वृष्टि…
डॉ.एन.के. सेठी ‘नवल’बांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* योग रहे प्रभु से सदा, होय न कभी वियोग।छूटा प्रभु का साथ तो, मिटे न भव के रोग॥ साजन गए विदेश में, चला गया मन…
हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ जग के पालनहार,लियो जन्म अयोध्या मेंदीनदयाल हमारे,कृपा सिंधु मेरे राम। ख़ुशी अयोध्या में छाई,घर-घर दीप जलाएहमारे दीनानाथ आए,कृपा सिंधु मेरे राम। कौशल्या के आँगन में,लियो…
ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)******************************************* क्यों बैठा उदासी में, बता किससे रार ठाने हो,ठाने हो स्वयं से बैर ऐसे हार माने होमाने हो अगर तो जीत जाओगे लड़ो निज से,निज से जीतने…
हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* मिली ज़िंदगी उम्रभर का सफर हो,डगर बिन मिले एक मंज़िल सभी कोचली जा रही साॅंस-धड़कन रहे तो,ख़बर हो न अगले समय की किसी को। लगे…