मित्रता का इंद्रधनुष
संजीव एस. आहिरेनाशिक (महाराष्ट्र)********************************************* मित्रता-जीवन… मित्र बस मित्र होता है, जैसे बस कोई इत्र होता है,चाहे जो भी हालात हो, हर हालात में इत्र होता हैसब बंधनों से परे स्नेह का निरंतर गौत्र होता है,सच्चाई से साथ निभानेवाला बस एक मित्र होता है। मित्रता का इंद्रधनुष जब भी छाता है जीवन में,जीवन लगता जैसे सावन … Read more