कहाँ मिलेगा निर्मल जल
संजय सिंह ‘चन्दन’धनबाद (झारखंड )******************************** जल ही जीवन, जल ही कल, जल जीवन बल,सागर से नदियों तक धारा कल कल छल-छलसंरक्षण से दूर हुए हम, दुरूपयोग है पल-पल,त्राहि-त्राहि करना होगा,…
संजय सिंह ‘चन्दन’धनबाद (झारखंड )******************************** जल ही जीवन, जल ही कल, जल जीवन बल,सागर से नदियों तक धारा कल कल छल-छलसंरक्षण से दूर हुए हम, दुरूपयोग है पल-पल,त्राहि-त्राहि करना होगा,…
डॉ. श्राबनी चक्रवर्तीबिलासपुर (छतीसगढ़)************************************************* सोच रही हूँक्या लिखूं ?कविता लिखूं,ग़ज़ल लिखूं। गीत लिखूं,कहानी लिखूंजो भी लिखूं,हो प्रेम से शुरू। और प्रीत पर अंत,खुशियाँ हो जिसमें अनंतन हो जिसका आदि न…
अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर (मध्यप्रदेश)****************************************** भगत सिंह-राजगुरु-सुखदेव जयंती (२३ मार्च) विशेष... किया अर्पित,तन-मन देश कोहै बलिदान। भूलना मत,यादें इतिहास मेंआज 'भगत।' देश पहलेसोचा भगत सिंहमिली आजादी। 'सुखदेव' क्यों,याद नहीं देश कोये…
डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* भाईचारा विश्व में, फैलाता संदेश।समझो भारतवर्ष यह, समरसता परिवेश। शान्ति दूत मेरा वतन, पाता जग सम्मान,परमारथ सत्पथ चले, कर्मवीर पहचान। पृथ्वी ही परिवार है,…
कुमकुम कुमारी ‘काव्याकृति’मुंगेर (बिहार)********************************************** भारत के ईशान विराजे,कंठ मालिका मणि बन साजेइसकी महिमा है अति भारी,जनक सुता की धरणी प्यारी। देवासुर जब जलधि मथाया,मंदार को मथनी बनायाचौदह रत्न यहाँ से…
ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)******************************************* करते जन ढोंग-ढकोसला, स्वांग दिखावा होड़म-होड़,सबको बनना दूसरों जैसा, अपने जैसा बनना छोड़जीवन में ला रहे गतिरोध, मुझको तब आता है क्रोध…। दूसरों के घरों ताक-झांँक, टांग…
अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर (मध्यप्रदेश)****************************************** 'विश्व कविता दिवस' (२१ मार्च) विशेष... यह शब्दों की माला, है भावों का गीत,हर कविता है दिल का अनमोल मीत। इसमें सपनों की राहें, उम्मीदों के…
हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ तेरा अपना वजूद है,तू कमजोर नहींफिर क्यों हार रहा है ज़िंदगी से,अपने को पहचान। नफ़रत के इस माहौल में,तू राह मत भटकआगे की सोच, क्यों…
सरोज प्रजापति ‘सरोज’मंडी (हिमाचल प्रदेश)*********************************************** हे मेरे श्याम सुंदर, जप लूँ तेरा नाम,हाथ जोड़ विनती सुनो, हे प्राणों के प्राण। मुझे प्रेरणा तुम देना, रखना सिर पर हाथ,मेरे मन अभाव…
सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)********************************** भूख, ग़रीबी है लाचारी,कितनों की यह है हत्यारीसबसे बड़ा शत्रु समझो तुम,इसके पीछे दुनिया हारी। भूख की अग्नि जब जलती है,कहाँ किसी की वह सुनती हैपाप-पुण्य और…