सम्मान वहाँ नहीं
पी.यादव ‘ओज’झारसुगुड़ा (ओडिशा)********************************************** जीवन में सदा ‘सम्मान’ कभी क्या,कर्म की गति को कभी तार पाता है ?हर कर्म का होता है हिसाब बराबर,कर्म साथ-साथ ही सदा संग जाता है। खाली हाथ, कौन आया इस जग में ?गठरी पूर्वजन्म की संग-संग लाता हैईर्ष्या, द्वेष, अपमान, सम्मान सूद संग,संग-संग वह अपने साथ ले जाता है। सम्मान वहाँ … Read more