साँस लेना भी मुश्किल

डॉ. संजीदा खानम ‘शाहीन’जोधपुर (राजस्थान)************************************** साँस लेना भी हुआ आज क्यूं मुश्किल मेरा,आज क्या हाल है या रब सरे महफ़िल मेरा। ग़म के सेहरा से जगा फिर मुझे मालूम हुआ,खो…

Comments Off on साँस लेना भी मुश्किल

मौत हो चुकी

संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर (मध्यप्रदेश)******************************** पत्तों की सरसराहट,उल्लू की कराहती आवाजलगता मृत्यु जीवन को गले लगाए बैठी। चाँद निकला बादलों से,सूखे दरख्तों सूखी नदियों नेओढ रखा हो धवल चाँदनी का कफ़न,जंगल…

Comments Off on मौत हो चुकी

हो ज़िंदगी इश्क़ की

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* है इक हसीना परी-सी दिखे जो, मलिका वही हुस्न कीवो चाॅंद मेरा चकोरा बनूं मैं, हो ज़िंदगी इश्क़ की। जुल्फ़ें घटा-सी नजर है नशेमन, होंठ…

Comments Off on हो ज़िंदगी इश्क़ की

नारी तुम नारायणी हो

कुमकुम कुमारी ‘काव्याकृति’मुंगेर (बिहार)********************************************** नारी तुम नारायणी हो,शक्तिपुंज हो,जीवनदायिनी होतुम सदा ही गतिमान हो,इसलिए तुम सर्वत्र विद्यमान हो। नारी तुम आद्यशक्ति हो,तुम किसी से डर नहीं सकतीऔर जग में ऐसा…

Comments Off on नारी तुम नारायणी हो

वेद और विज्ञान

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन (हिमाचल प्रदेश)***************************************************** विज्ञान की जो खोज,हमारे सामने आई हैवो पहले से ही हमारे,वेदों में समाई है। हम गलत पढ़ते हैं कि विमान,राईट ब्रदर्स ने था बनायाक्योंकि…

Comments Off on वेद और विज्ञान

पत्थर की चक्की होती थी…

ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)******************************************* कैसे जीवन-यापन करते, क्या-क्या थे तब साज ?आओ कुछ ही सदी पुरानी, बात करें हम आजबिजली और मोटर ने किया, जीवन अब आसान,पुरखों ने संघर्ष बहुत किया,…

Comments Off on पत्थर की चक्की होती थी…

बहुत कठिन सम्बन्ध निभाना

राजबाला शर्मा ‘दीप’अजमेर(राजस्थान)******************************************* बड़ा सरल सम्बन्ध बनाना,कभी तोड़ना कभी मिटाना।खेल न समझें सम्बन्धों को,बहुत कठिन सम्बन्ध निभाना॥ टूट गए सम्बन्ध है जिनसे,कोई जाकर पूछ ले उनसेकिसका दिल कितना है रोया,कितने…

Comments Off on बहुत कठिन सम्बन्ध निभाना

अलमस्त मैं पतंग

पी.यादव 'ओज'झारसुगुड़ा (ओडिशा)********************************************** मस्त हवा के झोंकों-संग, उड़ चली अलमस्त मैं पतंग,शून्यता में लीनता को पाने, तड़प उठा है मेरा अंतर्मन। जन्म के बंधन से मुक्ति को, विकल हिय का…

Comments Off on अलमस्त मैं पतंग

‘रेणु’ आँचलिकता शिखर

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर (मध्यप्रदेश)****************************************** फणीश्वर नाथ 'रेणु' जन्म जयंती (४ मार्च) विशेष... 'रेणु',आँचलिक साहित्यकारखटके सत्ता आँखउकेरा गाँवअद्भुत। 'रेणु',फणीश्वर नाथसिखाई आँचलिकता,अमर शिल्पीसाहित्य। 'रेणु',जन्मे पूर्णियारचा 'मैला आँचल',नयी पौधइतिहास। 'रेणु',आँचलिकता शिखरअमेरिकी विवि शोध'राष्ट्र…

Comments Off on ‘रेणु’ आँचलिकता शिखर

रस टपके शिव नाम का

प्रीति तिवारी कश्मीरा ‘वंदना शिवदासी’सहारनपुर (उप्र)********************************** अगाध श्रद्धा शिव-शंभू पर शिव की कृपा से होय,दुखिया रोवे रात-दिन पर कृपा पाय कोय-कोय। शिव-शिव शिव-शिव करती रसना रस टपके शिव नाम का,पावन…

Comments Off on रस टपके शिव नाम का