संस्कार विहीन नारी
सरोज प्रजापति ‘सरोज’मंडी (हिमाचल प्रदेश)*********************************************** आज की नारी शातिर, उस्ताद हुई,यह तो बदहवास हुईथी नारायणी, बेरहम हुई,आधुनिकता के नाम, बेलगाम हुई।आज की आधुनिक-नारी संस्कार- विहीन हुई… सहनशीलता त्याग पासा पलट रही,क्षमा, दया, ममता त्याग बेदर्द हुईशान-शौकत के नाम, पगड़ी उछाल रही,साक्षर, बेहया बेपढ़ बेवफा हुई।आज की आधुनिक-नारी संस्कार- विहीन हुई… सीता, सावित्री अनुसूईया,उर्मिला, सुलक्षणा, सुनीति… … Read more