वफ़ा ढूंढते लोग…

हिमांशु हाड़गेबालाघाट (मध्यप्रदेश)**************************************** बड़े भोले हो, वफ़ा ढूंढते हो,चतुर चालाक समय में, ईमानदार ढूंढते हो। समय की रूपरेखा बनाने वाले,सबको अपना कहने वालेसर्वोच्च न्योछावर करने वाले,बड़े भोले हो, वफ़ा ढूंढते हो…। यहाँ वही जिंदा बच पाएगा,जो हर परिस्थिति में खड़ा नजर आएगाआँखों की पलकों को झपकाने वालों,सबको अपना बतलाने वालों।बड़े भोले हो, वफ़ा ढूंढते हो… … Read more

राखी-बात कुछ और है

संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर (मध्यप्रदेश)******************************** ‘रक्षाबंधन’ पुनीत पर्व की बात कुछ और है,बहनों के घर आगमन की बात कुछ और हैआशीर्वाद के माहौल की बात कुछ और है,बहनों की खुशियों की बात कुछ और हैबस, बंधा हो कलाई में राखी का रक्षा कवच। राखी यादों को संजोने की बात कुछ और है,मिठाई-उपहार देने की बात कुछ … Read more

नित योग करें

सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)********************************** नित उठें सबेरे योग करेंतन-मन से आलस दूर करें,यदि नियमित योग करेंगे हमरोगों से मुक्त रहेंगे हम। बच्चा, बूढ़ा हो या जवानसब सीख योग बनें बलवान,यदि अभी नहीं कर पाओगेफिर पीछे तुम पछताओगे। है एक संतुलन योग ज्ञानसाँसों का रखना हमें ध्यान,जब ध्यान मग्न हो जाओगेअंतर्मन दर्शन पाओगे। संपूर्ण अंग ऊर्जा विकास,शुद्ध … Read more

सावन महात्म्य सदाशिव

सरोज प्रजापति ‘सरोज’मंडी (हिमाचल प्रदेश)*********************************************** सावन रिमझिम शम्भू पधारे,आओ, मना लें मिल-जुल सारेशिव संग माँ गौरा पधारे,नमः शिवाय ओम् नमः शिवाय। पुण्य रुद्राभिषेक कराओ,भांग धतूरा बिल्व चढ़ाओसावन रुत, सुवासित न्यारी,रोमांचित महि, महक बयारी। सिन्धु पल्लवन अल अति भारी,नीलकंठ योगी विषधारीगटक हलाहल अहि विषधारीसावन माहात्म्य, अहि सुधारी। सावन मेले शिव के डेरे,भक्त कांवड़ चले हैं द्वारेकाली … Read more

सावन का मौसम है…

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* सावन का मौसम है, बिना घटा घनघोर।बदरा हैं बारिश बिन, सूखे धरती चहुं ओर।कोयलिया नहीं कुहुके, नाचे ना वन में मोर।नदियाँ बहतीं जल बिन, झीलें करतीं न विभोर। अब नहीं होते मन के मंथन, भाई बहन बिन रक्षाबंधन।भव्य दिखें पंडाल बहुत पर, भाव बिना हों शिव के पूजन।आरती होती लेकिन, … Read more

हर-हर शम्भू

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* धर्म सनातन पर्व शुभ, सावन पावस मास।त्रयोदशी पूजन सविधि, उभय पक्ष उपवास॥ प्रदोष व्रत शिव वन्दना, फागुन सावन मास।कृपासिंधु शिव साधना, पूर्ण सफलता खास॥ फलदायी पूजन प्रभो, शिव शंकर वागीश।सोमनाथ बरसे कृपा, गंगाधर शशि शीश॥ प्रदोष व्रत रविवासरी, शिव आराधन भक्ति।सदा निरोगी जिंदगी, शतंजीव युवशक्ति॥ सोमवार प्रिय दिवस शिव, … Read more

इंद्रधनुषी नभ

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* मनोहारिणी,प्रकृति का रूपउमडे़ मेघ,झम-झम बरसेजल ही जल। उफनती है नदी,दौड़ती जैसेपर्वत को चीरती,वेग उन्मुक्तबन जाए निर्झर। मानों धरा पे,आयी आकाश गंगादीप्ति झाँकती।इंद्रधनुषी नभ,पावन दैविक है॥ परिचय- डॉ.आशा गुप्ता का लेखन में उपनाम-श्रेया है। आपकी जन्म तिथि २४ जून तथा जन्म स्थान-अहमदनगर (महाराष्ट्र)है। पितृ स्थान वाशिंदा-वाराणसी(उत्तर प्रदेश) है। वर्तमान में आप जमशेदपुर … Read more

सावन मास सुहावन शिव को

सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)********************************** सावन मास सुहावन शिव को,रिमझिम-रिमझिम बरसे नीर। जटा बीच में गंग विराजे,अर्धचन्द्र मस्तक पर शोभितनीलकंठ गले सर्प लपेटे,करता सबको रूप विमोहित।सावन मास… बाम भाग नारीश्वर राजे,शिव और शक्ति मेल कराएवृष्टि-सृष्टि सबके प्रभु दाता,देवों में महादेव कहाए।सावन मास… हाथ त्रिशूल वृषभ पर बैठे,तीन लोक की सैर करातेपूजन शंभू सावन मास में,भक्ति-मुक्ति का मार्ग … Read more

तेरी चौखट पर आया…

हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ तेरी चौखट पर आया,मैं तेरा दिवानामेरी झोली है ख़ाली,भर दो इसे क्या खता हो गई मुझसे!तेरी चौखट पर आया…। यह मेरी पूजा या इबादत कहूं,तू ही मेरे लिए सब-कुछ हैकर्म भी धर्म भी तू ही तो है,तेरी चौखट पर आया…। मैंने मेरा माथा तेरे चरणों में झुका दिया,तू मेरी विनती … Read more

आओ फिर से प्रेम की डोर में

डॉ. रचना पांडेभिलाई(छत्तीसगढ़)*********************************************** रिश्तों से प्रेम कहाँ गया ?वो प्यार भरे लम्हे कहाँ,जो हँसी के फूल खिलते थे…अब वो मुस्कान कहाँ ? हर रिश्ता दिखता है खोखला,प्यार की जगह दिखावा हैअपनों के दिल दूर होते जा रहे,और हम अनजाने हो रहे। समय की भाग-दौड़ में हम,भूल गए अपनों को यादपहले दिल से जीते थे हम,अब … Read more