मायूस चेहरे खिल जाएँगे
ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’अलवर(राजस्थान)*************************************** जब तक जागे हैं,बातें करते रहिए जनाबन जाने कब,आँखें बंद हो जाएँ…और हम पछताते रह जाएँ। जब नींद आएगी,इस कदर सोएंगेकि लोग जगाएंगे बहुत,मगर हम जाग नहीं…
ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’अलवर(राजस्थान)*************************************** जब तक जागे हैं,बातें करते रहिए जनाबन जाने कब,आँखें बंद हो जाएँ…और हम पछताते रह जाएँ। जब नींद आएगी,इस कदर सोएंगेकि लोग जगाएंगे बहुत,मगर हम जाग नहीं…
डॉ.एन.के. सेठी ‘नवल’बांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* सेवा धर्म महान है, जीवन का आधार।करें कर्म निस्वार्थ ही, सुखमय हो संसार॥सुखमय हो संसार, धर्म ये जो भी करता।हो जाता भव पार, कष्ट सबके…
सीमा जैन ‘निसर्ग’खड़गपुर (प.बंगाल)********************************* महाकुम्भ के अपूर्व वैभव का, दिव्य महागान आसान नहीं,हिंदुत्व के चरमोत्कर्ष का, उत्सव है यह खेल नहीं। अदभुत विशाल प्रभु-भक्ति का, दूजा कोई धाम नहीं,हिंदू-धर्म का…
हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ शिव हैं परमपिता,वही हमारा आधार हैधरती पर वह सत्य है,वह शून्य भी और सर्वव्यापी शिखर भीक्योंकि, वह हम सभी के लिए सत्य है। दुनिया को…
संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर(मध्यप्रदेश)**************************************** काश! तुम जिंदा होती,सपने अधूरे वादे अधूरेसब बात अधूरी,साथ अधूरा। सपने परेशान करते,यादों को बार-बार दोहरातेनींद से उठ बैठता,गला सूखने परमांगता था पानी,अब खुद उठ कर पीता…
सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)********************************** सनातन आस्था का यह एक प्रमाण है,जिसे देखो वही प्रयागराज जाने को तैयार हैरेलगाड़ी, बस, हवाई जहाज़, कार, मोटर साइकिल और ऑटो पर सवार। चले जा रहे…
संजीव एस. आहिरेनाशिक (महाराष्ट्र)****************************** शिशिर की सिहरन में चली, तरुओं से पर्णों की बारातेंसुरभित होने लगी है अब, शिशिर की आखरी रातें। स्वर्णिम-स्वर्णिम रंग की तरुओं को मिली सौगातें,हवाएं कानन…
डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* टूट गई हूँ सजन मैं, इन्तजार दिन- रात।भींगी तन-मन बालमा, मत खेलो जज्बात॥ सावन बीता जा रहा, सजन विरह अति घोर।आ जा साजन बालमा,…
डॉ. श्राबनी चक्रवर्तीबिलासपुर (छतीसगढ़)************************************************* लम्हें कुछ पल के हो,पर याद उम्रभर की होती हैं। साथी चलते हैं कुछ दूर तक,पर कभी रास्ते ही बिछड़ जाते हैं। सुख क्षणिक भर का…
प्रीति तिवारी कश्मीरा ‘वंदना शिवदासी’सहारनपुर (उप्र)********************************** प्रभु-प्रेमी की राह अलग है,भोज-भोग चिंतन मन नाहींपल पल हिरदय नाम सुलग है,प्रभु मूरत अंतर-घट माहीं। आए इस संसार में हम जुड़ने को भगवान…