अर्पित कर देती सारी समिधाएं
संजीव एस. आहिरेनाशिक (महाराष्ट्र)********************************************* आसमां की अनंत गहराइयों में, खोयी कोई आत्मा जब प्रवेशती है माँ के गर्भ मेंऔर एक दिन निकलती है, गर्भाशय की जमीन चीरती हुईतब पृथ्वी की हर एक बेटी बन जाती है माँ,तब खुल जाता है नया आसमांउस जीव को मिल जाता है जीवन, और माँ के जीवन की शुरू होती … Read more