ऐसे ही आता ‘वसंत’

संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर(मध्यप्रदेश)**************************************** वसंत पंचमी: ज्ञान, कला और संस्कृति का उत्सव... वसंत के आने सेमन गुनगुनाता,प्यार का पंछी भीकोयल संग गुनगुनाता है,उन्हें देखधड़कन ऐसी धड़कती, किटेसू भी शरमा जाता हैकहते…

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तृष्णा है तिमिर

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* तृष्णा है ऐसा तिमिर, लिप्त अंध इन्सान।शील त्याग सत्कर्म तज, सहता नित अपमान॥ अति तृष्णा मद क्रोध से, भटक रहा इन्सान।चलें झूठ छल कपट…

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चलो कुम्भ चलें

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन (हिमाचल प्रदेश)***************************************************** प्रयागराज आपके स्वागतके लिए सजा है,१४४ साल बाद कुम्भका अलग मजा है। त्रिवेणी संगम मेंडुबकी लगाएं,अपना जीवनसफल बनाएँ। देश-विदेश से लोगकुम्भ आ रहे हैं,सनातन…

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अद्भुत नेतृत्व ‘नेताजी’

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** 'नेताजी',भूलना नहींहिन्दुस्तान की शान,हर बूँदबलिदान। 'नेताजी',सबके प्यारेसबको किया मुरीद,जुड़े फ़ौजशहीद। 'नेताजी',गाथा महानछोड़ा सकल जहान,देश प्याराहिन्दुस्तान। 'नेताजी',व्यक्तित्व प्रचंडन डरे दुश्मनभावना अखंडदेश। 'नेताजी',आज जरूरतबदलना बहुत कुछ,मानसिक गुलामीआजादी। 'नेताजी',पहला धर्ममान…

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महाकुम्भ:आँकड़ों में दबी चीखें…

डॉ. मुकेश ‘असीमित’गंगापुर सिटी (राजस्थान)******************************************** श्रद्धालु स्मृति... श्रद्धा के महासमुद्र में डूबते प्राण गंगा किनारे,अलसुबह ठिठुरते नंगे पाँवश्रद्धा के विशाल पहाड़ तले दबे,कुछ नाम, कुछ साँसें, कुछ धड़कनें। भीड़ के…

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आस्था अवश्य, अंधराह मत गहना

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* सँग विवेक पूजन-वंदन हो, इसी समझ में रहना।आस्था रखो अवश्य बंधुवर, अंधराह मत गहना॥ ईश्वर देखे श्रद्धा-भक्ति, नहीं रूढ़ियाँ मानो,विश्वासों में ताप असीमित, पर धोखा पहचानो।ढोंगों-पाखंडों…

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आवश्यक है स्वच्छता

ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)******************************************* आवश्यक है स्वच्छता, समझो आज महत्व।बच्चों जीवन में सदा, याद रखो यह तत्व॥ कचड़ा कूड़ेदान पर, इधर-उधर मत फेंक,रोको फेंके अन्य तब, काम बहुत यह नेक॥ साफ-सफाई…

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भारत देश हमारा

मीरा सिंह ‘मीरा’बक्सर (बिहार)******************************* गणतंत्र दिवस:लोकतंत्र की नयी सुबह (२६ जनवरी २०२५ विशेष).... जन गण मन सबसे प्यारा,जय-जय भारत देश हमारा।सारे जग में सबसे न्यारा,जय-जय भारत देश हमारा॥ लोकतंत्र की…

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मुश्किल जीना हो जाता

सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)********************************** कुछ समाज की रीति बुरी है,सच कहती हूँ बात खरी है,माँ की ममता, बहन का प्यार,हो जाता बिलकुल बेकार। अगर पति का साथ नहीं है,जीने का आधार…

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चढ़ता गया प्रगति के सोपान

संजीव एस. आहिरेनाशिक (महाराष्ट्र)****************************** गणतंत्र दिवस:लोकतंत्र की नयी सुबह (२६ जनवरी २०२५ विशेष)... पराधीन शासन का डंडा था, थी पराधीन जनता,स्वतंत्र भारत में भी रही थी, अंग्रेजों की मान्यताऐसे में…

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