तन्हाई से दोस्ती कर ली
दीप्ति खरेमंडला (मध्यप्रदेश)************************************* तन्हाई से दोस्ती कर ली हमने,रिश्तों ने बहुत रुलाया हैअपनों की गलियाँ छोड़कर,वीराने में आशियाना बनाया है।तन्हाई से दोस्ती कर ली हमने… अंधेरों से दोस्ती कर ली हमने,उजाले अब नहीं भाते हैंउजाले में देखा बेनकाब होते रिश्तों को,अंधेरों ने दिल पर मरहम लगाया है।तन्हाई से दोस्ती कर ली हमने… खामोशी को अपना … Read more