स्त्री हूँ ना
सुखमिला अग्रवाल ‘भूमिजा’मुम्बई(महाराष्ट्र)********************************************* महिला दिवस स्पर्धा विशेष…… स्त्री हूँ ना मैं,हृदय में अंकित चित्रों कोशब्दों में पिरोना,कहाँ जान पाई हूँ,घुमड़ते भावों के सागर को,सीखा मैंने तो पी जानाभीगी पलकों पर मुस्कुराहट,सजा लेना।बचपन से सुनती आई हूँ,पराए घर जाना हैयह घर तुम्हारा नहीं।तब भी चाहा,प्रश्न पूछूं,उमड़ते प्रश्नों को बरसने दूंसीखा ही नहीं किंतु,प्रतिकार करना।वेदना को आँसूओं … Read more