युगपुरूष अटल जी

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* श्री अटल बिहारी वाजपेई:कवि व्यक्तित्व : स्पर्धा विशेष………. भारत के युगपुरूष अटल बिहारी,देशभक्ति रग-रग घुला लिए आपविराट व्यक्तित्त्व ऐसे युग पुरूष,भारत माता के हुए सच्चे सपूतlवाजपेयी बहुआयामी व्यक्तित्व,भारतीय राजनीति के युगपुरूषश्रेष्ठ राजनीतिज्ञ थे अटल आप,भारतीय जनसंघ के संस्थापकlप्रधानमंत्री बने भारत गौरव अटल,सुंदर पद्म विभूषण का सम्मानभारत के युगपुरूष अटल बिहारी,वज्रबाहु … Read more

अशुभ कभी बोलें नहीं

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ********************************************** अशुभ कभी बोलें नहीं,हो जाता आह्वान। अंतर हृदय पवित्र हो,यह ही सच्चा ज्ञान॥ स्वयं आप में झाकिएँ,कैसा है व्यवहार। धर्म कर्म की राह पर,किया कभी उद्धार। स्वयं प्रशंसा आप कर-रखते झूठी शान। अशुभ कभी बोलें नहीं,हो जाता आह्वान॥ झूठ बोलतें है उसे,सदा दिखाएँ राह। मृदुवाणी ही बोलिए,कभी न होवें डाह। सबसे … Read more

उजास मन

आशा आजादकोरबा (छत्तीसगढ़) ********************************************** प्रेम सरित उद्गम करने को, अनुरागी मन चाहिए। घृणा भाव को तजना होगा, उजास मन अब चाहिए। दंभ कपट से भरे कृत्य को, मन से दूर भगाइए। मानवता के पथ पर चलकर, समता को अपनाइए। दु:ख-पीड़ा घेरे है जिनको, उनको राह दिखाइए। प्रेम सरित उद्गम करने को, अनुरागी मन चाहिए…ll नारी … Read more

पुराना ज़माना

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************************* बहुत प्यारा था,पुराना ज़माना,सब बातें थीं प्यारी,समां था सुहाना।दद्दा और अम्मा,बाई और कक्का,चना और चबेना,ज्वार और मक्का।खेत और खलिहान,होला और भुट्टा,सदा घूमा करते थे,हम सारे छुट्टा।नाले और बावड़ी,तालाब और पोखर,नहाते थे सारे,हम जी भरकर।मकान थे कच्चे,रिश्ते पर पक्के,सम्बंधों को कभी भी,लगते न थे धक्के।घर थे छोटे पर दिल थे बड़े,धन … Read more

शारद माँ

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ********************************************** करूँ वंदना शारद माँ की,करती हूँ यह आस। नेक सृजन का पथ हो माता,भर दो नव विश्वास। जनहित का उद्धार करें हम,सृजन गढ़ें अनमोल। शब्द-शब्द में सार समाये,मन जाए नित डोल। हृदय भाव की अभिव्यक्ति से,फैले नित्य उजास। करूँ वंदना शारद माँ की,करती हूँ यह आस॥ लेखन में भाईचारा हो,प्रेम भाव … Read more

शीत ऋतु है सार

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* अनेक ऋतुओं से सजी प्रकृति से है संसार,आए वर्ष के अंत शीत ऋतु है जी सार। रंगों की छटा मनोहर गुलाब पुष्प पीले लाल,और कहीं पेड़ पत्ते रंग बदलते नारंगी से पार। शीत लहर कभी गुदगुदी-सी लगे उपकार,निकल पडे़ रजाई गर्म वस्त्र औ स्वेटर ऊनी हार। आया समय गर्म स्वादिष्ट … Read more

हिंदी है अभिमान देश का

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ********************************************** हिंदी है अभिमान देश का,विश्व करे सम्मान।हिंदी लेखन मान बढ़ाता,हृदय भाव की शान॥ हिंदी है आवाज हृदय की,सृजन भाव आधार।हिंदी लेखन श्रेष्ठ जगत में,करे सदा उद्धार॥ हिंदी भाषा यही सिखाती,रखें प्रेम का भाव।बाँटें शिक्षा हिंदी में हम,कभी न हो अलगाव॥ हिंदी से हम ज्ञानी बनते,करते नित्य विकास।नेक भाव से हिंदी सीखें,भरे … Read more

बाबा साहब का संघर्ष

आशा आजादकोरबा (छत्तीसगढ़) ********************************************** ज्ञानी सबसे बढ़कर बाबा,पढ़ लिख जाओ सिखलाया।स्वयं अकेला कठिन राह पर,चलकर हमको दिखलाया॥ भेदभाव को सभी मिटा के,संविधान लिख छोड़ा है।सकल जगत में मान देख लो,जात-पात सब तोड़ा है।स्वाभिमान के खातिर लड़ना, हक को अपने बतलाया।स्वयं अकेला कठिन राह पर,चलकर हमको दिखलाया॥ शिक्षा का नव अलख जगा के,किया देश में उजियारा।छूआछूत … Read more

रक्षा करना,सौभाग्य दमकाना

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* कितनी विस्तृत हमारी संस्कृति,जब समझे होंगें जन आदित्य कोजाना होगा प्रकृति का उपहार,जग जीवन के लिए आता प्रकाश।कहते हैं द्रौपदी जब हुई हताश,महाभारत का भीषण विनाशकिया संकल्प पावन हृदय से,संतान रक्षा जय हेतु करूँ तप।किया महापर्व छठ पूजन विशेष,सुहासिनी ने मांगा सु-वरदानविनती करूँ हे आदित्यनाथ,है ये कठोर पर्व तप मनोहर।प्रसन्न … Read more

सच्ची दीवाली

आशा आजादकोरबा (छत्तीसगढ़) ********************************************** जिस दिन अंत:तमस मिटेगा,समझो सच्ची दीवाली।मानवता का भाव जगेगा,हृदय नही होगा खाली॥ दीन-दुखी की सेवा करते,समझो मन उनका सच्चा।लोभ मोह में फँसा रहे जो,उसका मन जानो कच्चा।प्रति पल मानुष हँसकर बैठे,प्रेम भाव की हो डाली।जिस दिन अंतः तमस मिटेगा,समझो सच्ची दीवाली…॥ फुलझड़ियाँ-सा रौशन कर दें,समता जग में फैलाये।मीठे पकवानों-सा रसमय,मधुर गीत … Read more