अघोरी! चिता तनिक जल जाने दे

क्रिश बिस्वालनवी मुंबई(महाराष्ट्र)******************************** अघोरी! चिता तनिक जल जाने दे,अभी दिवस का पहर शेष हैराग-द्वेष मन,भरा क्लेश है,उर के अन्ध-विवर में अब भीसुलग रही भीषण कामाग्नि,मेरे अन्तर का दावानल ढल जाने दे।अघोरी! चिता तनिक जल जाने दे… मोहपाश में बंधा हुआ,मन काम-पिपासा में जकड़ातन अग्निशिखा का पा आलिंगन,शायद तप बन जाए कुन्दनबूंद-बूंद गल रहा दर्प ये,गल … Read more