फागुन के रंग

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)************************************ फागुन संग-जीवन रंग (होली) स्पर्धा विशेष… होली के त्यौहार में,देखो बिखरे रंग।जगह-जगह पर धूम है,गले मिले हैं संग॥ नीली-पीली लालिमा,रंगों की बरसात।जमीं आसमां लाल है,दिल तो है आघात॥ वन भी दुल्हन सा सजा,ढाँक हुए हैं लाल।कली-कली में फूल है,बिखरे रंग कमाल॥ उड़ती देखो तितलियाँ,फूलों की हैं चाह।बिखरी हैं रंगीनियाँ,है किसको … Read more