मेरा भारत,हमें नाज

अनशिका गणनायककटक(ओडिशा)************************************* भारत देश के वासी हम,गौरवान्वित करेंगे इसकी शान।हिदुस्तान से नाम हमारा,पवित्र धाम है भारत हमारा।हिमालय इसका ताज,हर जन करता नाज।उतर में पर्वत राज विराट,दक्षिण में विराजे सागर सम्राट।जाग रहे हैं वीर जवान,करते तन-मन कुर्बान।भाषाओं की मिठास है,त्यौहारों का उल्लास है।अलग-अलग परिवेश है,अनेकता में एकता का वेश है।यहाँ शांति सौहार्द है,भारत माँ पर हमें … Read more