कभी सोचा है…

श्रीकांत मनोहरलाल जोशी ‘घुंघरू’ मुम्बई (महाराष्ट्र) *************************************************************************** कभी सोचा है ये शायरी कैसे बनाता हूँ, तुझपे लिखी शायरी तुझको सुनाता हूँ। तुझसे बातें होते ही सुकूं मिलता है दिल को, तुझे ना देखूँ तो बैचेन हो जाता हूँ। जाने क्या क्या ना लिखा है तेरे बारे में किताबों में, तेरे सामने आते ही सब-कुछ भूल जाता … Read more

शुभ जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँ

हिन्दीभाषा.कॉम मंच के रचनाकार साथी श्रीकांत मनोहरलाल जोशी ‘घुंघरू’  का ०४ अप्रेल को  शुभ जन्मदिन है..इस पटल के माध्यम से आप उनको शुभकामनाएं दे सकते हैं…..