नारी एक-दायित्व अनेक,पर ठोस सशक्तिकरण बाकी
गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’बीकानेर(राजस्थान)*********************************************** महिला दिवस स्पर्धा विशेष…… मनुस्मृति के अध्याय ३ में उल्लेखित ‘यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः’ (श्लोक ५६) का आशय है ‘जहां स्त्रीजाति का आदर-सम्मान होता है,उनकी आवश्यकताओं -अपेक्षाओं की पूर्ति होती है,उस स्थान,समाज तथा परिवार पर देवतागण प्रसन्न रहते हैं।’ इसी प्रकार हमारे वेदों,ऋग्वेद हो या यजुर्वेद, सामवेद हो या … Read more