बिन काम नहीं नाम

जबरा राम कंडाराजालौर (राजस्थान)**************************** जीवन जीने के लिए,करना होता काम।काम बिना कछु होत ना,बिना काम नहिँ नाम॥ काम किये से सुख मिलै,और काम व्यवहार।पूछ नहीं बेकार की,नहिँ जीवन में सार॥ काम किये जीवन सुखी,सारी सुविधा पाय।शौक-मौज सारी मिले,खुशियां खिल-खिल जाय॥ जाने सारे काम से,होय काम से नाम।कर्मठ करता है सदा,करो बिना विश्राम॥ अच्छा कारज कीजिये,सदा … Read more

सुंदर सूर्योदय

जबरा राम कंडाराजालौर (राजस्थान)**************************** हुआ सूर्योदय-हुआ सवेरा,पूरब दिशा छाई लाली।प्रकृति में मची हुई हलचल,गायब हुई रजनी काली॥ चेतन में चेतना आई,हुए जागृत प्राणी सारे।खान-पान के लिए जा रहे,दिनचर्या अनुसार सकारे॥ बगिया में सुमन खिले हैं,भौरों का गुनगुन गान।चिड़िया ने चहक मचाई,कोयल ने उचेरी तान॥ सभी निकले काम करने,बाल विद्यालय जाने को।व्यापारी दुकान खोलते,श्रमिक चले कमाने … Read more