शहीदों को नमन
डॉ. जमील अहमद ‘शाद’मेरठ(उत्तरप्रदेश)*********************************** सौ-सौ मस्तक झुके हैं नमन के लिए।मिट गये हैं जो अपने वतन के लिए।ऐसे वीरों को हम भूल सकते नहीं,रक्त सींचा जिन्होंने चमन के लिए॥ अपनी आज़ादियां इतनी सस्ती नहीं,ख़ूं जहां न बहा,कोई बस्ती नहीं।जलियां वाला भी हम भूल सकते नहीं,कितनी लाशें पड़ी थी कफ़न के लिए॥सौ-सौ मस्तक झुके हैं… धरती … Read more