वह सपना ही तो था
डाॅ. मधुकर राव लारोकर ‘मधुर’ नागपुर(महाराष्ट्र) ************************************************************************* निद्रा में जैसे,सपने आते सपने में जैसे,तुम दिखते। कुछ बेगाने से,कुछ अंजाने से, एहसासों को जैसे,सर्द हवाएं देते। वह सपना ही तो था… बेचैनी में जैसे,इज़ाफा करते, दिल को जैसे,घायल करते। ना मीठी यादें,ना दिलकश वादे, समीप आते और,गुम हो जाते। वह सपना ही तो था… गुजारी है … Read more