प्रगति के लिए सौहार्द्र जरूरी
डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन(हिमाचल प्रदेश)************************************** विश्व सौहार्द दिवस स्पर्धा विशेष…. सौहार्द्र प्रेम है,अपनापन हैदोस्ती है,भाई चारा है,स्नेह है,आपसी मित्रता है-और हमारे हृदय की धड़कन है। अगर हमारे देश सेजातिगत व्यवस्था,और परम्परागत धर्महट जाए,तो हमारा देशसाम्प्रदायिक सौहार्द्र,की मिसाल बन जाए। पहचानो अपनी खामियों कोपहचानो सामने वाले की खूबियों को,जिस दिन ऐसी सोच लाओगे-सचमुच सौहार्द्र की मूर्ति … Read more