प्रगति के लिए सौहार्द्र जरूरी

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन(हिमाचल प्रदेश)************************************** विश्व सौहार्द दिवस स्पर्धा विशेष…. सौहार्द्र प्रेम है,अपनापन हैदोस्ती है,भाई चारा है,स्नेह है,आपसी मित्रता है-और हमारे हृदय की धड़कन है। अगर हमारे देश सेजातिगत व्यवस्था,और परम्परागत धर्महट जाए,तो हमारा देशसाम्प्रदायिक सौहार्द्र,की मिसाल बन जाए। पहचानो अपनी खामियों कोपहचानो सामने वाले की खूबियों को,जिस दिन ऐसी सोच लाओगे-सचमुच सौहार्द्र की मूर्ति … Read more

मन के कागज पर

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन(हिमाचल प्रदेश)************************************** मन के कोरे कागज पर,तुम्हारा नाम लिखूंगाअब जिंदगी भर तुम्हारे,नाम की माला जपूंगा। मन के कागज पर,लाल स्याही से लिखूंगातुम्हारे लिए सारे,ज़माने से लड़ूंगा। मन के कागज पर,कुछ दिल की बात लिखूंगाकसम तुम्हारी जिंदगी भर,तुम्हारे साथ रहूँगा। मन के कागज को मैं,कोरा रखना चाहता हूँतू नहीं चाहती मुझे,मैं तुम्हें ही … Read more

पुस्तक ज्ञान का दरिया

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन(हिमाचल प्रदेश)************************************** विश्व पुस्तक दिवस स्पर्धा विशेष…… देखने में छोटीहोती है,पर इसमें होताज्ञान का भंडार है,इसके बिना शिक्षाकी कल्पना करना,बेकार है। पुस्तकें ज्ञान प्राप्तिका जरिया है,इसमें बहता ज्ञानका दरिया है। पुस्तकें हमारेअकेलेपन में,साथी होती हैबोरियत को दूर,भगाती है। पुस्तकें ज्ञान के साथ-साथहमारा मनोरंजन भी,कराती हैकभी हँसाती है और,कभी रूलाती है। पुस्तक को … Read more

नदी है नारी

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन(हिमाचल प्रदेश)************************************* नारी में है नदी जैसा प्रवाह,नदी है नारीउसके हर कार्य में,दिखता है इसका प्रभाव। नदी अपने रास्ते में आने,वाली हर बाधा को निपटाती हैनारी भी इसका कर अनुसरण,हर मुसीबत को पार लगाती है। नदी सर-सर की आवाज,के साथ बहती हैनारी की पायल भी,यही कहानी कहती है। नदियों में बहती है,निर्मल … Read more

आँखें बोलती है

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन(हिमाचल प्रदेश)************************************** मुँह से ज्यादा,आँखें बोलती हैदिल के सारे राज,खोलती हैl किसी के प्रति घृणा,किसी के प्रति प्यारआँख हर चीज,बयां करती है मेरे यारl उनकी आँखों की गहराई,हम आज तक नाप न पाएजितना अंदर जाने की कोशिश की,इसका कोई अंत न पाएl आँखें काली या भूरी,इन आँखों के बिनादुनिया है अधूरी,मुश्किल है … Read more

नई उमंग,नया जोश आए

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन(हिमाचल प्रदेश)***************************************************** नया साल लाए,आपके जीवन मेंढेर सारा प्यार,खुशियों की बहार। गम न आए कभी,आपके जीवन मेंहमेशा फूल खिलें,आपके आँगन में। आप प्रगति के,पथ पर आगे बढ़ेंसफलता के नए,नये आयाम गढ़ें। सबके आप चहेते बनें,आदर दें सब आपकोसबसे सहयोग करें,निराश न करें किसी को। भूलकर पिछले गमों को,नया साल मनाएंसभी परिचितों को … Read more

भले रहें गरीब पर,न जाए ईमानदारी

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन(हिमाचल प्रदेश)***************************************************** गरीबी या लाचारी,यह बहुत बड़ी है बीमारीइससे दूर रखे ईश्वर सबको,यही दुआ है हमारीl न हँसें किसी की गरीबी पर,न उड़ाएं किसी गरीब का मजाकक्योंकि कुदरत की लाठी में,नहीं होती है आवाजl न रिश्तेदार साथ होते हैं,न समाज साथ देता हैगरीब तो केवल अपनी,लाचारी पर रोता हैl करते रहें मेहनत,सफलता … Read more

समझौता

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन(हिमाचल प्रदेश)***************************************************** नहीं आसान हैपुरूष का पुरूष बनना,न चाहते हुए भी रोनाऔर चाहकर भी न मुस्करानाl स्त्री गलत हो तोभी उसको सही,कहना पड़ता हैहर बात में,समझौताकरना पड़ता हैl दर्द किससे बांटेउसे समझ नहीं आता है,दर्द सहकर भीअपना जीवन गुजारता हैl स्त्री के आँसू देखकरपिघल जाता है,स्त्री का प्यार देखकरसब-कुछ भुल जाता हैl … Read more

प्यार का तोहफा

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन(हिमाचल प्रदेश)******************************************************** मत बोओ बीजघृणा के,जमाना हो जाएगातुमसे खफा,इसलिए सबको दोप्यार का तोहफाl प्यार प्रकृति कादिया उपहार है,इसका दोसभी को तोहफा,तभी साकार हैl प्यार से पराए भीहो जाते हैं अपने,बिना प्यार केदूर भागते हैं अपनेl न करें किसी सेजिंदगी में धोखा,सबको दें सच्चेप्यार का तोहफाl इस दुनिया मेंचारों तरफ गम के,बादल छाएसबको … Read more

प्रेम व्यवहार

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन(हिमाचल प्रदेश)******************************************************* प्रेम व्यवहार है,जीवन का आधारयही है इस,जीवन का सार। दो शब्द प्रेम के,बोलने सेपराये हो जाते हैं अपने,क्रोध से बोलने परदूर हो जाते हैं अपने। जो रखता है,सबसे प्रेम व्यवहारसारा जग उसको,करता है प्यार। हम जैसा करते हैं,उसका वैसाप्रतिफल मिलता है,प्रेम बांटने से हमेंप्रेम ही मिलता है। सब-कुछ मिल जाता … Read more