न यूँ आजमाया करो
कृष्ण कुमार कश्यपगरियाबंद (छत्तीसगढ़) ********************************************************************** (रचना शिल्प:२१२ २१२ २१२ २१२) तुम मुझे देख कर मुस्कुराया करो।इस तरह दिल में तुम आया जाया करो। हम तुम्हारे हैं आशिक,नहीं बेवफा,तुम हमेशा न यूँ आजमाया करो। बस जमाने से मुझको मिली ठोकरें,दिल न तुम भी मेरा यूँ दुखाया करो। दूर होगा तिमिर देखना एक दिन,दीप चाहत के गर … Read more