सतरंगी गुलाल

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’ जमशेदपुर (झारखण्ड) ******************************************* उड़े गुलाल, रंग हुआ लाल… पीली सरसों, नारंगी पलाश… भूले मलाल, भूले मलाल… आज ख़ुशी विशाल, उड़े गुलाल… रंग हुआ लाल..। मदमस्त हुआ आलम… सजनी बहके, संग बालम… चितचोर हुए, हैं सांवरे… पहनावे, गल बहियन के हार… उड़े गुलाल रंग हुआ लाल…। चितवन में लाज, अधरों पे साज… … Read more

नयी उम्मींदे-नया आसमां

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’ जमशेदपुर (झारखण्ड) ******************************************* महफ़िलों का दौर चलता रहे, नयी उम्मीद संग नया आसमांl ऋतुएँ सिखाती बनना नया, नये पुष्प सुगंध देते जो मिले पशु-पक्षी नव कलरव हैं करें, दिन-रात सिखाये चलना सदा फिर क्यों हार कर रुकना बताl जिंदगी से इश्क मचलते रहे…ll महफ़िलों का दौर चलता रहे नयी उम्मीदें संग … Read more