नवयुग का संदेश सुन
डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’ अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ***************************************************************************** नवयुग का संदेश सुन,सुधर जरा इंसान। देख रहा भगवान है,मत कर तू अभिमान॥ छेड़छाड़ तू प्रकृति से,करता बारम्बार। देख रहा तू आज है,अपना यह अपमान॥ मानवता को छोड़कर,वैज्ञानिकता दंभ। करतूतें करता रहा,देख खुदा हैरान॥ स्वार्थ,लोभ,संचय प्रवृत्ति,बन बैठा यमदूत। खुद ओखल में सिर धरे,लाया मौत जहान॥ दूर हुआ भगवान से,नैतिकता से … Read more
 
					