नई दिल्ली।
उपनिषदों की विख्यात विदुषी प्रो. वेदवती वैदिक का आज निधन हो गया है। दिल्ली के लीवर—इंस्टीट्यूट में उनका उपचार चल रहा था। वे प्रसिद्ध पत्रकार और लेखक डॉ. वेदप्रताप वैदिक की धर्मपत्नी हैं। उनका अंतिम संस्कार दयानंद घाट,लोदी इस्टेट पर आज किया गया।
१९७७ से दिल्ली विश्वविद्यालय के मैत्रेयी महाविद्यालय में अध्यापन तथा श्री अरविन्दमहाविद्यालय (सांध्य) में संस्कृत विभागाध्यक्ष रही हैं। प्रो. वेदवती जी ने १९८६ से दिल्ली विश्वविद्यालय के दक्षिण-परिसर में एम.ए. औरएम.फिल. कक्षाओं में प्राध्यापन एवं शोध निर्देशन किया है। वे ‘इंण्डियन कौंसिल आफ हिस्टोरिकल रिसर्च’ की सीनियर फेलो रही हैं।उन्होंने साउथ एक्सटेंशन, दिल्ली के ‘रामेश्वरदास गुप्त धर्मार्थ ट्रस्ट’ के प्रबंध न्यासी के तौर पर समाज—सेवा के अनेक अभियान चलाए हैं।
उपनिषद्-विद्या और वेदवती वैदिक एक-दूसरे के पर्याय बन गए हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय सेसंस्कृत में बी.ए. (ऑनर्स) और एम.ए. करने के पश्चात् उन्होंने ‘श्वेताश्वतर उपनिषद के भाष्यों का एक अध्ययन’ विषय पर १९७७ मेंपीएच.डी. की उपाधि प्राप्त की। उपनिषद्विद्या पर उनके कई ग्रंथ प्रकाशित हुए।
७०वर्षीय प्रो. वेदवती ने अमेरिका,चीन,ब्रिटेन और ईरान,इराक,तुर्की आदि देशों की यात्राएं की हैं। हिंदीभाषा डॉट कॉम परिवार दु:ख की इस बेला में ईश्वर से डॉ.वैदिक को शक्ति देने की प्रार्थना करते हुए प्रो.वेदवती की दिवंगत आत्मा को श्रद्धासुमन अर्पित करता है।
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