गोपाल मोहन मिश्र
दरभंगा (बिहार)
*****************************************
करोड़पति के सेट पर, हो गया आज बवाल,
कंप्यूटर स्क्रीन पर, आया गज़ब सवाल।
आया गज़ब सवाल जीतकर, फास्टेस्ट फिंगर फर्स्ट,
हॉट सीट पर आ गए, नेता जी एक भ्रष्ट।
पहला प्रश्न जिताएगा, रुपये पाँच हजार,
देश में भ्रस्टाचार का, कौन है जिम्मेदार ?
सही जवाब बतलाइए, ऑप्शन ये रहे चार,
ए) जनता, बी) मंत्री, सी) नेता, डी) सरकार।
हम ही नेता, हम ही मंत्री, हमारी ही सरकार,
जो जनता को लौक किया, चुनाव जाएँगे हार।
मंत्री जी पड़ गए सोच में, मदद करे अब कौन,
बोले-विपक्ष के अध्यक्ष को लगाया जाये फोन।
तीस सेकंड में हो गई, नोट-वोट की डील,
क्विट किया नेता जी बोले एक्चुली व्हाट आई फील।
बिना जवाब के अरबों बनते अपनी वोट-सीट पर,
क्या रखा है ‘गोपाल’ छोड़ो ऐसी हॉट-सीट पर।
झूठे वादे, झूठी क़समें, झूठे दिखा कर सपने,
वहाँ जनता के वोटिंग पेड्स पर सारे ऑप्शन अपने।
कभी-कभी बस भाषणबाज़ी, करके तेवर तीखे,
हो गया आज बवाल, करोड़पति के सेट पर॥
परिचय–गोपाल मोहन मिश्र की जन्म तारीख २८ जुलाई १९५५ व जन्म स्थान मुजफ्फरपुर (बिहार)है। वर्तमान में आप लहेरिया सराय (दरभंगा,बिहार)में निवासरत हैं,जबकि स्थाई पता-ग्राम सोती सलेमपुर(जिला समस्तीपुर-बिहार)है। हिंदी,मैथिली तथा अंग्रेजी भाषा का ज्ञान रखने वाले बिहारवासी श्री मिश्र की पूर्ण शिक्षा स्नातकोत्तर है। कार्यक्षेत्र में सेवानिवृत्त(बैंक प्रबंधक)हैं। आपकी लेखन विधा-कहानी, लघुकथा,लेख एवं कविता है। विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में रचनाएं प्रकाशित हुई हैं। ब्लॉग पर भी भावनाएँ व्यक्त करने वाले श्री मिश्र की लेखनी का उद्देश्य-साहित्य सेवा है। इनके लिए पसंदीदा हिन्दी लेखक- फणीश्वरनाथ ‘रेणु’,रामधारी सिंह ‘दिनकर’, गोपाल दास ‘नीरज’, हरिवंश राय बच्चन एवं प्रेरणापुंज-फणीश्वर नाथ ‘रेणु’ हैं। देश और हिंदी भाषा के प्रति आपके विचार-“भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शानदार नेतृत्व में बहुमुखी विकास और दुनियाभर में पहचान बना रहा है I हिंदी,हिंदू,हिंदुस्तान की प्रबल धारा बह रही हैI”
