शशि दीपक कपूर
मुंबई (महाराष्ट्र)
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ऋषि-मुनियों की,
धरा पर
प्रथम अवतार की,
जन्मभूमि है कहां ?
अर्ज़ी लिए…
वे भी खड़े हैं
एक टाँग पर,
लोगों की क़तार में
अपनी ज़िद पर अड़े हैं!
लेकिन,
सरकारी कान
ठंडे बस्ते में पड़े हैं!
प्रश्न पूछते हैं,
अपने हिन्दू भगवान
बारम्बार,
घिसी-पिटी व्यवस्थाओं से
ऋषि-मुनियों की,
धरा पर
प्रथम अवतार की,
जन्मभूमि है कहां ?
प्रतीक्षा करते-करते,
थकहार
कह दिया-
भगवानों ने भी,
मिली नहीं
अगर,
हमारी जन्मभूमि
तो,
नहीं खुलेंगे
किसी के लिए,
स्वर्ग-द्वार
पड़े रहो,
जन्म-मरण के चक्कर में
भुगतते रहो कर्मचारी!
हे मानव !
बता
ऋषि-मुनियों की,
धरा पर
प्रथम अवतार की
जन्मभूमि है कहां ?