डॉ. संजीदा खानम ‘शाहीन’
जोधपुर (राजस्थान)
**************************************
हिंदी हमारी जान है हिंदी हमारी शान।
हिंदी से ही ऊँचा नाम है हिंदी से संवरे काम॥
हिंदी विश्ववास बढ़ाती हिंदी सम्मान दिलाए।
हिंदी जगदर्शिका है हिंदी ही मार्ग बताए॥
हिंदी की बिंदी है सुंदर हिंदी है खुशहाल,
हिंदी भाषा है हमारी हिंदी ही अभिलाषा॥
हिंदी मेहनत की रानी है हिंदी ही महारानी।
शिक्षा की देवी है हिंदी हरदम रहती मतवाली॥
हिंदी से उपकार है हिंदी से संस्कार।
हिंदी में रामायण-गीता, हिंदी में ही वेद पुराण॥