जबरा राम कंडारा
जालौर (राजस्थान)
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अटलबिहारी वाजपेयी विशेष….
नीति पे रहे अडिग अटल,वो अटल बिहारी थे,
बालब्रह्मचारी जीवनभर,बने रहे संसारी थे।
व्यर्थ नहीं कहते-बकते,सदपथ पर विचरते थे,
समाज हितार्थ देश हितार्थ,सदा चिंतन करते थे।
परमाणु परीक्षण दूसरा,अकस्मात ही कर दिया,
दूसरी बार निज देश का,सीना गर्व से भर दिया।
अच्छी योजनाएं चलाई,देश का विकास किया,
उस सरल व्यक्तित्व का,दुनिया ने आभास किया।
कवि हृदय निश्छल सरल,धैर्यवान विद्वान थे,
श्रेष्ठ सदस्य लोक सभा के,अटल बड़े महान थे।
सेना का उत्साह बढ़ाते,देशप्रेम उर भरते थे,
सदा शांतिप्रिय बने रहे,कविता किया करते थे।
है देश को गर्व सदा ही,ऐसे नामी नायक थे,
दलगत राजनीति से ऊपर,देशभक्त-लायक थे।
सर्वगुण सम्पन्न हुए वो,विश्व समूचा जानता है,
उनके विशुद्ध व्यक्तित्व को,हर कोई मानता है॥