भोपाल(मप्र)।
साहित्य अकादमी(मध्यप्रदेश) संस्कृति परिषद् (मप्र शासन संस्कृति विभाग, भोपाल) द्वारा वर्ष २०१८ एवं २०१९ हेतु प्रदेश के लेखक की प्रथम कृति के प्रकाशनार्थ श्रेष्ठ पाण्डुलिपियों की घोषणा कर दी है। इस प्रकाशन योजना के अंतर्गत इंदौर निवासी साहित्यकार व अभिभाषक विजय सिंह चौहान (इंदौर) की कृति ‘संवेदनाओं का आचमन’ (लघुकथा) स्वीकृत हुई है़।
अकादमी के निदेशक डाॅ. विकास दवे ने बताया कि,योजना के अंतर्गत प्रति पाण्डुलिपि २० हजार रुपए की सहायता अनुदान प्रतिवर्ष कुल ४० पाण्डुलिपियों को दिया जाता है। इस प्रकार २ वर्ष की कुल ८० श्रेष्ठ पाण्डुलिपियों का चयन किया गया है। हिंदी सेवा-अभियान के लिए सक्रियता से कार्यरत हिंदीभाषा डॉट कॉम (www.hindibhas haa.com) से शुरुआत से जुड़े श्री चौहान लंबे समय से लेखन में रत हैं। बेहतरीन लघुकथा एवं कविता लिखने में विजयश्री प्राप्त श्री चौहान के अलावा इंदौर से पदमा राजेन्द्र,अर्चना मण्डलोई, दिनेश पाठक ‘श्रेयांश’,मुकेश पाटीदार,अदिति सिंह भदौरिया,अविनाश अग्निहोत्री,सुषमा दुबे,सम्पादक शक्ति सिंह परमार,पंकज प्रजापत,अखिलेश राव, वीणा,सोनी सचदेव,डाॅ. शोभा जैन,रमेश प्रसाद शर्मा ‘स्वतंत्र’,आरती दुबे,प्रद्युम्न मालपानी,डाॅ. रेखा मण्डलोई,दीपक शिरालकर,डाॅ. सुरेश पटेल,प्रेमानंद सरस्वती आदि की पांडुलिपि प्रकाशन सहायता अनुदान के लिए स्वीकृत हुई है। आपको पोर्टल के सम्पादक मण्डल ने बधाई दी है़।