प्रजापति सरोज,
मंडी (हिमाचल प्रदेश)
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हे शारदे वरदानी माँ, ज्ञान दे माँ ज्ञान दे,
हे श्वेत अम्बरधारिणी माँ, धवल मन वरदान दे।
हे शारदे वरदानी माँ, ज्ञान दे माँ
ज्ञान दे,
हे पुष्प-पुस्तक कर धारिणी माँ, ज्ञान की बौछार दे।
हे शारदे वरदायिनी माँ, ज्ञान दे माँ ज्ञान दे,
हे अलख तेज़ प्रकाशिनी माँ, मन-तम से निवार दे।
हे शारदे वरदायिनी माँ, ज्ञान दे माँ ज्ञान दे,
हे भारती जगत जननी माँ, रिक्त मन में भाव दे।
हे भारती जगत जननी माँ, रिक्त मन में भाव दे,
हे शारदे वरदायिनी माँ, ज्ञान दे माँ ज्ञान दे…॥