कुल पृष्ठ दर्शन : 522

You are currently viewing अपनी वाणी बोलें

अपनी वाणी बोलें

डॉ. एम.एल. गुप्ता ‘आदित्य’
मुम्बई(महाराष्ट्र)
**********************************************

अपना पर्व, अपनी बात, हम अपनी वाणी बोलें,
आ गई दीवाली अब तो, दिल से बात बोलें
आओ मन की गांठ खोलें, वाणी में रस घोलें,
जलाकर प्रेम का दीपक, दो अक्षर प्रेम के बोलें
इस दीप पर्व पर, सब अपनों को याद करें,
सभी साथियों को आज, शुभ दीपावली बोलें।

इसमें या उसमें, चाहे जिस भाषा में बोलें,
प्रभु राम के स्वागत में, जय सियाराम बोलें
देश-प्रेम के दीए जलाएँ, हृदय में देश-प्रेम घोलें,
भारत का यह त्यौहार भारत की जय बोलें।
वैश्विक हिंदी सम्मेलन की सजी है चौपाल,
सभी साथियों को यहाँ, शुभ दीपावली बोलें॥

Leave a Reply