ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’
अलवर(राजस्थान)
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अपनी सुरक्षा अपने हाथ,
कोई न देगा दुःख में साथ
खान-पान का तुम रखो ख़याल,
तभी बनेगी अपनी बात।
संभल-संभल कर क़दम रखो,
गर्म पानी से करो शुरुआत
ठंडा खाना बिल्कुल मत खाओ,
वरना सड़ने लगेगी आँत।
अब भी समय है सम्भल जाओ,
जीवन मत करो बर्बाद
पिज्जा-बर्गर बिल्कुल मत खाओ,
खतरनाक होता है स्वाद।
स्वस्थ अगर रखना है खुद को,
काबू में रखो अपने जज्बात
जीवन को तुम सरल बना लो,
रोगों से तुम पाओगे निजात।
पेड़ लगाओ, पर्यावरण बचाओ,
दिन की होगी अच्छी शुरुआत।
खुलकर साँस हम ले पाएंगे,
कभी ना होगी दुखों की रात॥
परिचय- ताराचंद वर्मा का निवास अलवर (राजस्थान) में है। साहित्यिक क्षेत्र में ‘डाबला’ उपनाम से प्रसिद्ध श्री वर्मा पेशे से शिक्षक हैं। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में कहानी,कविताएं एवं आलेख प्रकाशित हो चुके हैं। आप सतत लेखन में सक्रिय हैं।