कुल पृष्ठ दर्शन : 19

You are currently viewing असुर नाशिनी माँ आओ

असुर नाशिनी माँ आओ

अजय जैन ‘विकल्प’
इंदौर(मध्यप्रदेश)
******************************************

‘चंद्रघंटा’,
सिंह वाहिनी
रण की रानी,
रौद्र वाणी
कृपा।

‘चंद्रघंटा’,
शांत मुखमंडल
दुष्टों की प्रहारिणी,
तेज-त्रिनेत्री
पालक।

‘चंद्रघंटा’,
असुर नाशिनी
अद्भुत वीर रूप,
करुणा बरसाती
विनती।

‘चंद्रघंटा’,
अधर्म तोड़ती
तेज तुम्हारा मशहूर,
धर्म धारिणी
संहारिणी।

‘चंद्रघंटा’,
माँ आओ
सुख ढेर बरसाओ।
कृपा करो,
माता॥