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आखिर में मैं जीत ही गया

गोपाल मोहन मिश्र
दरभंगा (बिहार)
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आखिर में मैं जीत ही गया, ये बात मैं जानता हूँ,
सच्चाई का रास्ता हमेशा कठिन होता है, ये मैं जानता हूँ।

आखिर में, मैं जीत गया, क्योंकि मेरी ज़िद थी,
संघर्ष के बाद ही सफलता मिलती है, ये मैं जानता हूँ।

आखिर में, मैं जीत गया, क्योंकि मैंने हार नहीं मानी,
हर चुनौती को मैंने एक कदम के रूप में देखा है, ये मैं जानता हूँ।

आखिर में, मैं जीत गया, क्योंकि मुझे खुद पर विश्वास था,
हर मुश्किल से निकलने की ताकत मुझमें थी, ये मैं जानता हूँ।

आखिर में, मैं जीत गया, क्योंकि मैंने कभी हार नहीं मानी,
मैंने हमेशा आगे बढ़ते रहने की कोशिश की है, ये मैं जानता हूँ।

आखिर में, मैं जीत गया, क्योंकि मैंने हमेशा अपने दिल की सुनी,
मुझे पता था कि मेरा रास्ता सही है, ये मैं जानता हूँ।

आखिर में, मैं जीत गया, क्योंकि मैंने हार को अपनी ताकत बना लिया,
हार से सीखने के बाद, मैंने और भी मजबूत होकर किया, ये मैं जानता हूँ।

आखिर में, मैं जीत गया, क्योंकि मैंने अपने सपनों को कभी नहीं भुलाया,
मैंने हमेशा उनके लिए संघर्ष किया है, ये मैं जानता हूँ।

आखिर में, मैं जीत गया, क्योंकि मैंने हमेशा अपने लक्ष्य को ध्यान में रखा।
लक्ष्य तक पहुंचने के लिए, मैंने हर कदम उठाया, ये मैं जानता हूँ।

आखिर में, मैं जीत गया, क्योंकि मैंने हमेशा खुद पर विश्वास रखा,
मुझे पता था कि मैं कर सकता हूँ, ये मैं जानता हूँ।

आखिर में, मैं जीत गया, क्योंकि मैंने कभी हार नहीं मानी,
हर चुनौती को मैंने एक अवसर के रूप में देखा, ये मैं जानता हूँ॥

परिचय–गोपाल मोहन मिश्र की जन्म तारीख २८ जुलाई १९५५ व जन्म स्थान मुजफ्फरपुर (बिहार)है। वर्तमान में आप लहेरिया सराय (दरभंगा,बिहार)में निवासरत हैं,जबकि स्थाई पता-ग्राम सोती सलेमपुर(जिला समस्तीपुर-बिहार)है। हिंदी,मैथिली तथा अंग्रेजी भाषा का ज्ञान रखने वाले बिहारवासी श्री मिश्र की पूर्ण शिक्षा स्नातकोत्तर है। कार्यक्षेत्र में सेवानिवृत्त(बैंक प्रबंधक)हैं। आपकी लेखन विधा-कहानी, लघुकथा,लेख एवं कविता है। विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में रचनाएं प्रकाशित हुई हैं। ब्लॉग पर भी भावनाएँ व्यक्त करने वाले श्री मिश्र की लेखनी का उद्देश्य-साहित्य सेवा है। इनके लिए पसंदीदा हिन्दी लेखक- फणीश्वरनाथ ‘रेणु’,रामधारी सिंह ‘दिनकर’, गोपाल दास ‘नीरज’, हरिवंश राय बच्चन एवं प्रेरणापुंज-फणीश्वर नाथ ‘रेणु’ हैं। देश और हिंदी भाषा के प्रति आपके विचार-“भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शानदार नेतृत्व में बहुमुखी विकास और दुनियाभर में पहचान बना रहा है I हिंदी,हिंदू,हिंदुस्तान की प्रबल धारा बह रही हैI”