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कीर्तिमानी ग्रंथ का हिस्सा बनीं अंजुमन मंसूरी ‘आरज़ू’

छिंदवाड़ा (मप्र)।

दिल्ली में ११ मई को ‘भारत को जानें’ ग्रंथ का लोकार्पण होगा। इस मौक़े पर ग्रन्थ लेखन के सभी सहयोगी रचनाकार सम्मानित होंगे। ३ विश्व कीर्तिमान प्राप्त इस ग्रन्थ का हिस्सा मप्र से कवयित्री अंजुमन मंसूरी ‘आरज़ू’ बनीं हैं।
संस्था की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. रमासिंह व उपाध्यक्ष गोविन्द गुप्ता ने बताया कि, अंतरराष्ट्रीय काव्य प्रेमी मंच की संस्थापक डॉ. ममता सैनी के विचार ने ‘भारत को जानें’ का आकार लिया। इस महनीय कार्य हेतु इसको ३ विश्व कीर्तिमान प्राप्त हुए, जिसमें भारत सहित विश्व के ४६६ रचनाकारों की सहभागिता रही। इसमें भारत के राज्यों के साथ केन्द्र शासित प्रदेशों की विशिष्टताओं को ७ मुख्य वर्ग (जनसांख्यिकी, संस्कृति-कला-साहित्य, उपलब्धियाँ आदि) एवं ५३ उप वर्ग में विभाजित कर दोहे व चौपाई छंद में रचना कर कवियों ने प्रतिभा का परिचय दिया है। आपके अनुसार इसमें मध्यप्रदेश की विशेषताओं को छंदों में ढालने हेतु चयनित ७ कवियों में जिले की सुप्रसिद्ध कवयित्री सुश्री ‘आरज़ू’ भी सम्मिलित हैं। ग्राम उमरानाला निवासी ‘आरज़ू’ ने ‘विशेष व्यक्तित्व’ विषय के रूप में इस लेखन में हिस्सा लिया है।
इन्होंने बताया कि, ग्रन्थ के लोकार्पण कार्यक्रम में ४०० से अधिक रचनाकार व संगीतकार उपस्थित होंगे।
इस विशेष उपलब्धि पर डॉ. सैनी ने इन्हें बधाई दी है, साथ ही पद्मश्री अशोक चक्रधर, कई विशिष्ट व्यक्तित्वों एवं स्थानीय साहित्यकारों ने भी डॉ. सैनी, ‘आरज़ू’ एवं सभी रचनाकारों को शुभकामनाएं प्रेषित की हैं।