कुल पृष्ठ दर्शन : 176

You are currently viewing कृष्ण ने लिया मनुज अवतार

कृष्ण ने लिया मनुज अवतार

तारा प्रजापत ‘प्रीत’
रातानाड़ा(राजस्थान) 
*****************************************

जन्म दिया माँ देवकी ने,
पाने यशोदा माँ का दुलार
लिया कृष्ण ने मनुज अवतार,
जब पाप बढ़ जाता है
करने दुष्टजनों का संहार,
कृष्ण ने लिया मनुज अवतार।

होता जब अधर्म जगत में,
करने जगत का उद्धार
कृष्ण ने लिया मनुज अवतार,
महाभारत के महायुद्ध में
समझाया गीता का सार,
कृष्ण ने लिया मनुज अवतार।

भक्त प्रह्लाद के लिए,
आए नृसिंह का रूप धार
कृष्ण ने लिया मनुज अवतार,
द्रौपदी की लाज बचाने
सुन कर द्रौपदी की पुकार,
कृष्ण ने लिया मनुज अवतार।

सकल सृष्टि को प्रेम सिखाने,
किया राधा संग प्यार
कृष्ण ने लिया मनुज अवतार।
मानवता की लाज बचाने,
धरती पर बन आए करतार
कृष्ण ने लिया मनुज अवतार॥

परिचय– श्रीमती तारा प्रजापत का उपनाम ‘प्रीत’ है।आपका नाता राज्य राजस्थान के जोधपुर स्थित रातानाड़ा स्थित गायत्री विहार से है। जन्मतिथि १ जून १९५७ और जन्म स्थान-बीकानेर (राज.) ही है। स्नातक(बी.ए.) तक शिक्षित प्रीत का कार्यक्षेत्र-गृहस्थी है। कई पत्रिकाओं और दो पुस्तकों में भी आपकी रचनाएँ प्रकाशित हुई हैं,तो अन्य माध्यमों में भी प्रसारित हैं। आपके लेखन का उद्देश्य पसंद का आम करना है। लेखन विधा में कविता,हाइकु,मुक्तक,ग़ज़ल रचती हैं। आपकी विशेष उपलब्धि-आकाशवाणी पर कविताओं का प्रसारण होना है।

Leave a Reply