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क्षमा करना ‘पुण्य’

उर्मिला कुमारी ‘साईप्रीत’
कटनी (मध्यप्रदेश )
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जीवन में क्षमा करना एक बड़ा पुण्य का काम होता है,
जिससे हुई गलती है जीवन में उसको क्षमा करना है…।

शब्दों का क्या! यदि गुस्सा सवार सिर कभी होता है,
मुँह से निकले आघाती शब्द भूलना मुश्किल होता हैं…।

छोटा हो या हो बड़ा व्यक्ति गलती को माफ करना है,
उनकी नादानियों को भूलकर हमें अपनत्व निभाना है…।

क्षमादान जीवन का बहुत अनमोल रिश्ता बनता है,
दिल से उनकी नादानी आपको महान सदैव बनाता है..

ईश्वर के जो बंदे होते ईश्वर पर हर हाल आगे बढ़ते हैं,
भरोसा रखकर जो वक्त साथ हैं बढ़ते उन्हें क्षमा करना है…।

‘उर’ से जो सब बातें भूल है जाता मंजिल वह पाता है,
आस्थावान जो संसार में होता भक्ति क्षमादान सिखाता है…।

द्वेष-क्रोध वश में करके जो भूल कर क्षमा करता है,
जीवन में मानवता को अपनाकर वही सम्मान पाता है…॥