सरोजिनी चौधरी
जबलपुर (मध्यप्रदेश)
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झूला फूलों वाला,
आज बनाया है
सबके मन भाया है।
सज सखियाँ सब आयीं,
कुछ गोपी-ग्वाले
बन राधा मन भायीं।
धानी पहने चुनरी,
हरी-हरी चूड़ी
सिंदूरी माँग भरी।
सखी एक बनी कृष्णा,
राधा झूल रही
कृष्ण मिटाएं तृष्णा।
हरियाली तीज मना,
हर्षित सब सखियाँ
कजरी के गीत सुना॥