सरोजिनी चौधरी
जबलपुर (मध्यप्रदेश)
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मानवता का पाठ पढ़ाया,
नर में इन्द्र था जिनका नाम
बड़े विवेकी महापुरुष थे,
ऐसा किया उन्होंने काम।
विश्व गुरु कहलाए थे वे,
ऐसा कुछ बस बीज बो गए
भाषण देने में पारंगत,
देश विदेश में नाम कर गए।
पकड़ बड़ी थी उनकी अच्छी,
दर्शन और धर्म के ज्ञाता
सत्य की खोज में लगे रहे,
मर्म जानना उनको भाता।
श्री राम कृष्ण के परम शिष्य,
विवेकानन्द नाम पड़ गया।
जन्मदिन उनका ‘युवा-दिवस’,
युवकों की प्रेरणा बन गया॥