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दोस्ती की अनूठी दास्तां

डॉ. संजीदा खानम ‘शाहीन’,
जोधपुर (राजस्थान)
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अन्तर्राष्ट्रीय मित्रता दिवस (४ अगस्त) विशेष…

दिल की पहली जरूरत दोस्ती है,
मैत्री दोस्ती की अनूठी दास्तां
खूबसूरत अहसास दोस्ती,
दु:ख में, सुख में साथी दोस्त हो
तो बड़ी मुश्किल भी छोटी लगती है।

हर कदम पर दोस्त समस्या का,
समाधान कर देते हैं
मदद के लिए हरदम तैयार रहते हैं,
दोस्ती तो पवित्र रिश्ता है।

दो दिलों की धड़कन है,
जज्बा जुनून तड़पन है
दोस्ती मखमली छाँव है,
दिल का भरता घाव है।

दोस्ती प्यार की सूरत है,
दोस्ती प्यार की मूर्त है
दोस्ती है तो दुनिया है,
दोस्ती नायाब तोहफा है।

कुदरत का हसीं ख्वाब है,
खून के रिश्ते विरासत में
मिलते हैं
तब जाकर चेहरे खिलते हैं
दोस्त तो तन, मन और धन
से हमेशा खुशी बांटते हैं।

दोस्त नेमत है, खयाल जरूरी है,
जिंदाबाद दोस्ती की मिसाल।
बहुत कामयाब और निश्चित है,
शाश्वत है॥