नई सुबह Post author:राजभाषा से राष्ट्रभाषा Post published:June 14, 2024 Post category:Uncategorized / कविता / काव्यभाषा सौ. निशा बुधे झा ‘निशामन’जयपुर (राजस्थान)*********************************************** सुबह फिर आ गई,नई छवि को ले आईजीवन का लक्ष्य बांध,आज तू कुछ खास कर। नई ऊर्जा का संचार कर,नई ऊँचाई का आगाज़ कर।सफल होगा भविष्य,ये विश्वास धर॥ You Might Also Like संघर्ष जीत प्रतिमानक नित July 8, 2021 दहेज़ का अजगर July 9, 2019 भारतीय संस्कृति February 13, 2022