मथुरा (उप्र)।
तुलसी साहित्य संस्कृति अकादमी (न्यास) मथुरा द्वारा ‘काकोरी काण्ड के अमर बलिदानी’ विषय पर आयोजित निबंध प्रतियोगिता का पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान (लखनऊ) से सम्मानित वरिष्ठ साहित्यकार मदनमोहन शर्मा ‘अरविंद’ और ब्रजभाषा विभूषण से सम्मानित वरिष्ठ साहित्यकार हरि दत्त चतुर्वेदी ‘हरीश’ ने अध्यक्षता की। विशिष्ट अतिथि राजकुमार सारस्वत रहे।
इस कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना के उपरांत अतिथियों के स्वागत से हुआ। प्रतिष्ठित विद्वानों की उपस्थिति में सभी वक्ताओं ने हिंदी भाषा के प्रति निष्ठा के साथ ही नवीन पीढ़ी में राष्ट्रीय चेतना पर अपने विचार व्यक्त किए। मुख्य वक्ता डॉ. रामसेवक ने हिंदी भाषा के विकास पर चर्चा करते हुए लोक माता अहिल्याबाई के राष्ट्र-धर्म पर सभी का ध्यान आकर्षित किया।न्यास के अध्यक्ष राष्ट्रवादी साहित्यकार आचार्य नीरज शास्त्री ने काकोरी काण्ड में स्वाधीनता की चिंगारी और बलिदानियों के शौर्य को निबंध प्रतियोगिता के विषय के रूप में चुनने का आधार प्रस्तुत किया। श्री चतुर्वेदी ने कहा कि हिंदी की प्रतियोगिताएँ नवीन पीढ़ी में भाषा ही नहीं, अपितु हमारी सांस्कृतिक विरासत को भी बल प्रदान करेंगी। अकादमी के प्रयास महत्वपूर्ण और स्तुत्य हैं।
आयोजन के द्वितीय सत्र में काव्य संगोष्ठी में लक्ष्मीनारायण उपाध्याय, राहुल प्रजापति, उदयवीर सिंह, अनन्या गौतम, और सुभाष गुप्त ‘मुसाफिर’ आदि ने काव्य पाठ किया। संचालन अनुज चतुर्वेदी ‘अनुभव’ ने किया। समापन डॉ. अमरसिंह सैनी श्रीमाली के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ।